पठान ने रोमांटिक कविता में लड़की को प्रपोज किया।
कुत्ता मर गया रजाई में;
मैं पागल हूँ तेरी जुदाई में;
पानी में मच्छर तैर नहीं सकता;
पठान तेरे बिन रह नहीं सकता।
कुत्ता मर गया रजाई में;
मैं पागल हूँ तेरी जुदाई में;
पानी में मच्छर तैर नहीं सकता;
पठान तेरे बिन रह नहीं सकता।
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